Új indiai hangtörténet. Folyamatosan ráz, ha meglát

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अगले दिन करीब साड़े साथ पशेवरी नींद खुले तो हाथ मुदोख़न में नीची आई, देखा ममी, पापा और नानी चाय पी रहे हैं.

ममी और नानी साथ बैठे थे, पापा सोफे पर.

पापा बिना मेरी तरफ देखे, पेपर पढ़ते रहें.

मैं रसोई मिल गई और अपनी चाय को गरम करने लगे, वगर आज मैंने मैसूस किया

कि पापा के सामने जाने में आज मुझे कोई चीज़प नहीं हो रही है,

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